दंतेवाड़ा जिला के किरंदुल नगरपालिका को छत्तीसगढ़ का सब से धनी नगरपालिका माना जाता है
नगरपालिका किरंदुल आये दिन किसी ना किसी बड़े विवाद से घिरा नजर आता है अगर कहा जाये घोटालो का नगरपालिका तो गलत नहीं होगा
ताजा मामला हमारी हरखबर की टीम को लगी है जिसमे नगरपालिका के द्वारा कुछ स्व सहायता समूह को एस, एल,आर, एम,सेंटर मे कचरा की सफाई के लिए 65 दीदियों को कार्य पर रखा गया है
इन दीदियों को रोजाना मानदेय 307 र कलेक्टर दर और 12% अधिक के हिसाब से 36 र कुल महीने की मानदेय 9652 र होता है
परन्तु निहाल, किरण, ख्वाइसी, दंतेश्वरी ये चार महिला स्वयं सहायता समूह के द्वारा नगरपालिका से सफाई के कार्य की निविदा प्राप्त की गयी है
और जो दीदियों को सफाई के लिए कार्य पर रखा गया है उनको सिर्फ 200 र रोजाना के हिसाब से 6000 र महीना मानदेय दिया जा रहा है
जब की कलेक्टर दर 307 और 12% अधिक मिला कर रोजाना 342 र दिया जाना था
हरखबर की टीम के द्वारा सुचना का अधिकार से ली गयी जानकारी मे नगरपालिका से प्राप्त हुआ की दीदियों के लिए 342 र की रोजाना भुगतान किया जा रहा है
और सफाई मे कार्य कर रहे दीदियों को सिर्फ 6000 र महीना वो भी उनके बैंक खाते मे दिया जा रहा है
इन कार्य के लिए 65 दीदियों को मई 2021 से कार्य पर लगाया गया है तब से ले कर अब तक इन दीदियों को महीना 6000 र ही दिया जा रहा है इस तरह से हरेक दीदियों के मानदेय से हर महीने 3652 र का बंदरबाट किया जा रहा है
जब हम ने इन स्व सहायता समूह के अध्यक्ष एवं सचिवों से इसके जानकारी लेनी चाहिए तो जानकारी मिली की सभी स्व सहयता समूह के अध्यक्ष एवं सचिव को इस बात की कोई जानकारी ही नहीं पूरा लेखा जोखा कौन करता है इसके बारे मे वो बताने मे भी अशमर्थ है
इन सब से बड़ी बात की किरंदुल नगरपालिका वार्ड क्र 4 के पार्षद अमृत टंडन की धर्मपत्नी जो कभी भी कार्य नहीं की है के बैंक खाते मे हर महीने 6000 र दिया जा रहा है ऐसे और भी कुछ पार्षदों के परिवर्जनों के बैंक खाते मे बिना कार्य के पैसे दिया जा रहा है
कुछ दीदियों के नाम तो ऐसे संदिग्ध है जिनको कोई जनता ही नहीं और कभी कार्य नहीं किये है उन सभी के बौक खातों मे पैसे दिये जा रहे है
जब स्वच्छता समूह के अध्यक्ष और सचिव को इन लेखा जोखा की कोई जानकारी नहीं तो आखिर जानकारी किसको है
अब हमारे द्वारा इस घोटाले को ले कर जिला कलेक्टर से लिखित शिकायत की गयी है
जिला श्रम विभाग और मुख्य नगरपालिका अधकारी का कार्य संभाल रहे अनु विभागीय अधकारी राजस्व बचेली को भी लिखित शिकायत की गयी है
अब देखना होगा की इन सब के पीछे का असली घोटालेबाज दीदियों के साथ इतने बड़ा घोटाला करने वाला है कौन
और इन दीदियों को आखिर उनके मेहनत की राशि कैसे मिलेगी