सी जी संविधान न्यूज़ दंतेवाड़ा
किशोर कुमार रामटेके
कंपनी स्वयं की लाभ के लिए बेस किमती इमारती लकड़ी व फलदार वृक्षों की अन्धाधुन कटाई करवा कर भोजन बनवाने के लिऐ कर रखी है भंडार
कल्पतरु कंपनी इन लकड़ियों का किरंदुल स्थित मेष में रह रहें मजदूरों के लिए भोजन पकाने में उपयोग कर रही हैं।
विश्वसनीय सूत्रों से मिले जानकारी के मे जब यूनिटी ऑफ़ जर्नलिस्ट की टीम कल्पतरु को रहने के लिऐ डेरा बसा रखा है उस जगह मौक़े पर कटे हुऐ विशाल वृक्षों का भंडार मिला जिनकी कीमत लाखों मे आकि जा सकती है
किरंदुल :- प्राकृतिक वन सौंदर्य से भरपूर लौहनगरी किरंदुल में विभाग के दावों व कार्रवाई के बावजूद जंगल में पेड़ों की अवैध कटाई नहीं थम रहा है। अवैध कटाई पर काबू पाने में वन विभाग का मैदानी अमला व वन प्रबंधन समितियों के सदस्य नाकाम हैं अवैध कटाई के चलते जंगल में पेड़ कम हो रहे हैं। जिसका सीधा नुकसान पर्यावरण को हो रहा है। वहीं एक ओर वन विभाग लोगों को जंगलों की कटाई नहीं करने के लिए प्रेरित भी कर रहा है। विभाग जहाँ लोगों को वन कटाई रोकने के लिए प्रेरित कर रहा है वहीं बैलाडीला एनएमडीसी के अधीन कार्य कर रही कलपतरु कंपनी किरंदुल 11 न वार्ड की अवैध कटाई कर रखी है लौहनगरी के कई वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में जंगल फैला हुआ हैं।दंतेवाड़ा जिला अपने स्वच्छ पर्यावरण और हरी भरी वादियों के लिए प्रसिद्ध है। पर यहां के जंगल में भी कलपतरु जैसे निजी कंपनिया निजी फायदे के लिए पर्यावरण को क्षति पहुंचा रहे हैं।
सूत्रों की माने तो मजदूर कालोनी व मेष निर्माण के पूर्व भी इस कंपनी के द्वारा सैकड़ो फलदार वृक्षों व बेस कीमती इमारती लकड़ियों का भी अवैध अंधाधुंन कटाई की गई है पर आज दिनांक तक किसी ने रोक नहीं लगाई इसलिए इनकी हौसले लगातार बुलंद हो रहीं हैं।
बलराम रॉय :- एडमीन किरंदुल कलपतरु प्रोजेक्ट हेड से कटे हुए झाड़ो के परमीशन की पेपर दिखाने को कहा गया तो गोल मोल जवाब देते हुए कहा पेपर कंपनी के किसी अन्य व्यक्ति के पास हैं जो यहाँ मौजूद नहीं हैं कहा गया
वीरेंद्र नाग :- डिप्टी रेंजर किरंदुल
फिलहाल मौके का पंचनामा बनाया जा रहा हैं।
जिसके पश्चात उचित कार्यवाही की जाएगी इन पेड़ो व लकड़ियों की कटाई की परमीशन मेरे संज्ञान में नहीं हैं।